पाकिस्तानी आतंकी ने धर्म और जाति पूछा और नीचे बैठकर मार दी गोली 28 पर्यटक की मौत
ज म्मू कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी हमले एक ऐसा कायराना हड़कत है जिसने सिर्फ पुरे भारत को हीं नहीं झकझोरा बल्कि पूरी मानवता को शर्मशार कर दिया है.

क्या है घटना..?
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले स्थित पहलगाम से 6 किमी दूर है बेहतरीन पर्यटन स्थल बैसरन घाटी जहां मंगलवार दोपहर में पर्यटक यहां घूम रहे थे. इसी बीच, दोपहर 2.45 के करीब छह आतंकी पहुंचे और अलग-अलग जगहों पर अटैक कर दिया. आतंकियों ने वहां मौजूद 45 पर्यटकों के समूह पर गोलियां बरसाईं. इनमें 28 टूरिस्ट की मौत हो गई, जबकि 17 से ज्यादा लोग घायल हैं. मरने वालों में दो स्थानीय नागरिक भी शामिल हैं. आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर से दिल्ली तक हाईअलर्ट हो गया.
जो सूचना मिली उसके अनुसार आतंकियों ने सभी टूरिस्टों को अपने कब्जे में लेकर नीचे बैठाया और आतंकियों ने पर्यटकों को सिर झुकाने को कहा , सिर झुकवाने के बाद आतंकियों ने सभी को गोली मार दी.इस पुरे घटना के पीछे हमले का मास्टरमाइंड सैफ्फुल्लाह बताया जा रहा है जिसने साजिश रची थी. खुफिया सूत्रों के मुताबिक इस पूरे हमले का कनेक्शन पाकिस्तान से निकला है.
गुस्से की लहर, आतंकियों को जड़ से उखाड़ फेंकने की मांग
इस हमले के बाद पूरे देशमें गम और गुस्सा है, आतंकियों ने जिस तरह निहत्थे सैलानियों को अपना शिकार बनाया है, उससे पूरे देश मे गुस्से की लहर है. हर तरफ से एक ही आवाज उठ रही है-पूरा हिंदुस्तान इस हमले का करारा जवाब देने की मांग कर रहा है. लोग सड़कों पर उतर कर प्रोटेस्ट कर रहे हैं. जम्मू, श्रीनगर, समेत देश के कई शहरों में आतंकियों के खिलाफ गुस्सा है. पाकिस्तान समर्थित आतंकियों को जड़ से उखाड़ फेंकने की मांग की जा रही है.
वैसे इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों की तलाश तेज हो गई है. पहलगाम के जंगलों में इस वक्त सुरक्षा बलों ने अपना सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है. आतंकी बैसरन के जंगलों से होकर आए थे..माना जा रहा है कि हमले को अंजाम देने के बाद वो जंगलों से होकर ही सुरक्षित ठिकानों की ओर भागे हैं.अब सेना और CRPF के अलावा जम्मू कश्मीर पुलिस के जवान आतंकियों की तलाश में जुटे है. जमीन पर फोर्स चप्पे चप्पे पर आतंकियों की तलाश कर रही है तो आसमान से निगरानी की जा रही है। हेलीकॉप्टर और ड्रोन के जरिए भी आतंकियों की तलाश चल रही है.
यहां कैसा रहता है माहौल?
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिला का बैसरन घाटी को भारत का स्विजरलैंड कहा जाता है.यहां बर्फ सें लदी घाटी पर्यटकों के लिए बहुत हीं आकर्षक रहा है. यहां 22 अप्रैल 2025 से पहले कभी किसी तरह का आतंकी हमला नहीं हुआ था. इस इलाके में स्थानीय लोगों के बाद टूरिस्ट्स को ही सबसे ज्यादा सुरक्षित माना जाता था. यही वजह थी कि यहां न तो आर्मी और न ही पुलिस की टीम तैनात रहती थी. आतंकियों ने इन्हीं हालात का फायदा उठाया और पर्यटकों को गोलियों से भून डाला.
आतंकी ने पर्यटकों सें नाम पूछा और मार दी गोली
इस आतंकी हमले के बाद जो बातें सामने आई हैं. दरअसल, हमला करने से पहले आतंकियों ने पर्यटकों से बातचीत की थी. जब आतंकी पुलिस की वर्दी में घटनास्थल पर पहुंचे तो पर्यटकों ने उन्हें पुलिस ही समझा था. ऐसे में लोग बेहद आराम से उनके सवालों के जवाब देने लगे. उन्होंने एक शख्स से उसका नाम पूछा और उसे गोली मार दी. इसके बाद पर्यटकों में अफरातफरी मच गई. लोग इधर-उधर भागने लगे, लेकिन आतंकियों ने बेरहमी से गोलियां चलाईं और 26 निर्दोष लोगों को मौत की नींद सुला दिया. इनमें दो विदेशी भी शामिल थे.
रावलकोट में रची गई साजिश,आतंकी पीर पंजाल की पहाड़ियों के रास्ते पहुंचे पहलगाम
इस पुरे घटना क्रम के बारे में जो बातें सामने आयी उसके अनुसार इस हमले की साजिश पाकिस्तान के रावलकोट में रची गई. वहीं, आतंकियों ने पहलगाम तक पहुंचने के लिए पीर पंजाल की पहाड़ियों को चुना. दरअसल, आतंकी पीर पंजाल की पहाड़ियों के रास्ते भारत में घुसे. इसके बाद वे राजौरी से चत्रु और फिर वधावन होते हुए पहलगाम पहुंच गए. यहां बैसरन वैली में आतंकियों ने पर्यटकों पर गोलियां बरसा दीं.
आतंकियों ने एके-47 का किया इस्तेमाल
पहलगाम आतंकी हमले के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों के हिसाब से माना जा रहा है कि आतंकियों ने हमले के लिए एके-47 इस्तेमाल की. साल 1947 में बनी एके-47 राइफल का पूरा नाम ऑटोमैटिक क्लाशनिकोव 47 है. इसे मिखाइल क्लाशनिकोव ने बनाया था. अहम बात यह है कि एके-47 पूरी दुनिया में अवैध रूप से सबसे ज्यादा बिकती है.
पाकिस्तान के आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी?
सूत्रों सें मिली जानकारी के अनुसार पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है. लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्टेड इस आतंकी संगठन का पूरा नाम द रेजिस्टेंस फ्रंट है. बता दें कि टीआरएफ के आतंकियों ने कश्मीर में कई हमलों को अंजाम दिया है. पहलगाम में हुए हमले को टीआरएफ के फॉल्कन स्क्वॉड ने अंजाम दिया है.
TRF का फॉल्कन स्क्वॉड कितना खतरनाक?
अब सवाल उठता है कि टीआरएफ का फॉल्कन स्क्वॉड कितना खतरनाक है? बता दें कि फॉल्कन स्क्वॉड को टीआरएफ का सबसे खूंखार और फुर्तीली फोर्स माना जाता है. यह स्क्वॉड महज पांच से 10 मिनट में हमले को अंजाम दे देता है और भाग जाता है. इस स्क्वॉड में शामिल आतंकी किसी बाज की तरह मासूमों को निशाना बना लेते हैं.
एजेंसियों ने दिया था इनपुट, फिर कहां हुई चूक?
बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिला था. इसमें बताया गया था कि साउथ कश्मीर के किसी मुख्य पर्यटक स्थल को आतंकी निशाना बना सकते हैं. इन इनपुट्स में यह भी बताया गया था कि गैर-कश्मीरी नागरिकों को मजहबी आधार पर निशाना बनाया जा सकता है. इनपुट के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना के जवान जांच कर रहे थे. इस बीच आतंकियों ने बैसरन वैली में हमला कर दिा.
इस हमले पर भारतका क्या है एक्शन?
पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी अपना सऊदी अरब का दौरा बीच में ही छोड़कर लौट आए हैं. गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर पहुंच चुके हैं. उन्होंने हमले के पीड़ितों से मुलाकात की. वहीं, रक्षा मंत्रालय ने आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की सभी यूनिटों को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पीड़ितों से बातचीत के आधार पर आतंकियों के स्केच जारी किए हैं तो जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई है.
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने किया इस घटना में पाकिस्तान के हाथ होने सें इंकार
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने बयान जारी किया है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पहलगाम में हुए हमले से पाकिस्तान का कोई लेना-देना नहीं है. हम हर तरह के आतंकवाद को खारिज करते हैं. हालांकि, पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की वायुसेना की सरगर्मियां तेज हो गई हैं. बताया जा रहा है कि 22 अप्रैल की रात पाकिस्तान की वायुसेना अलर्ट पर रही. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के कराची स्थित साउथ एयर कमांड से लाहौर और रावलपिंडी के पास नॉर्थ में मौजूद ठिकानों की ओर विमानों की आवाजाही रिकॉर्ड की गई है. विमानों को ट्रैक करने वाली वेबसाइट फ्लाइट रेडार24 के कई स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें पाकिस्तानी विमानों की असामान्य एक्टिविटीज नजर आई हैं.


