सम्पादकीय: “विपक्ष की उलझन: संकीर्णता की राजनीति और बिहार में नेतृत्व का संकट”
बिहार में महागठबंधन की रैली में कन्हैया कुमारऔऱ पप्पू यादव क़ो मंच पर नहीं चढ़ने देना महागठबंधन की राजनितिक जीत नहीं रणनीतिक भूल थी, इस पुरे प्रकरण में पप्पू यादव…
ग्रामीण शिक्षा में नवाचार: एक त्रिआयामी विमर्श
ग्रामीण बनावट और बुनावट में तकरीबन 20 प्रतिशत बच्चे अपनी कल्पनाओं से छोटी-छोटी खिलौने और अन्य उपयोगी वस्तुओं का निर्माण अबोध बचपन में ही कर लेते हैं। वहीं बच्चा आगे…
भारत में नक्सलवाद का अंत: मोदी सरकार की बहुआयामी रणनीति का प्रभाव
किसी भी लोकतांत्रिक देश में हिंसक आंदोलन के लिए कोई जगह नहीं होती। भारत, एक ऐसा राष्ट्र है जो ‘सर्वे भवन्तु सुखिना’ के भाव में विश्वास रखता है और शांति…
विश्लेषण :भारत के हवाई अड्डों पर तुर्की कंपनी की सुरक्षा जिम्मेदारी: क्या यह चिंता का विषय है?
य ह एक विडंबनापूर्ण और चिंताजनक स्थिति है कि जिस तुर्की ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल में पाकिस्तान को सैन्य सहायता प्रदान की, उसी…
विश्लेषण : ऑपरेशन सिंदूर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का साहसिक और निर्णायक नेतृत्व
लेखक: रामकिंकर पांडेय (राजनीतिक विश्लेषक) प्रस्तावना: राष्ट्र रक्षक का दृढ़ संकल्प “कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।” (भगवद गीता 2.47) का अर्थ है कि कर्म करने में तेरा अधिकार है, लेकिन फल…