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आसनबनी में सेल टासरा को मिला 42 एकड़ जमीन का कब्ज़ा, ग्रामीणों का तीव्र विरोध और पुलिस कार्रवाई

ByBinod Anand

Jul 11, 2025

विशेष संवाददाता:उमेश चौबे

सनबनी में सेल टासरा को मिला 42 एकड़ जमीन का कब्ज़ा, ग्रामीणों का तीव्र विरोध और पुलिस कार्रवाईबलियापुर (उमेश चौबे), धनबाद जिले के आसनबनी मौजा में सेल टासरा (SAIL Tasra) के लिए अधिग्रहित लगभग 42 एकड़ जमीन पर कब्ज़ा दिलाने के लिए शुक्रवार को जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। दंडाधिकारी, पुलिस प्रशासन की टीम, जेसीबी मशीन और बुलडोजर के साथ आसनबनी गांव पहुँची। टीम में भारी संख्या में महिला पुलिस और पुरुष बल शामिल थे, जिससे गांव का माहौल दिन भर तनावपूर्ण बना रहा।
जैसे ही पुलिस प्रशासन की टीम गांव पहुँची, उन्होंने सड़क किनारे अधिग्रहित जमीन पर बने अमृत महतो के एस्बेस्टस के मकान और निर्मल महतो द्वारा घर बनाने के लिए बनाई गई ईंट की दीवार को जेसीबी और बुलडोजर से ढहा दिया। इसके बाद, तैनात पुलिस बल की मौजूदगी में रैयत किसानों की खेती की भूमि को बुलडोजर से समतल करने का काम शुरू कर दिया गया।

इस दौरान पुलिस प्रशासन का विरोध करने पहुँचे रैयत ग्रामीण, भारी संख्या में पुलिस बल के आगे असहाय दिखे। ग्रामीणों ने अपनी जमीन और खेतों को समतल करने के दौरान बुलडोजर के आगे आकर विरोध प्रदर्शन किया, जिस पर पुलिस ने लाठियाँ भी बरसाईं। पुलिस प्रशासन की मदद से कंपनी के अधिकारी अधिग्रहित जमीन का सीमांकन करने में सफल रहे और अधिग्रहित जमीन पर लाल झंडे से सीमांकन का कार्य किया गया।

रैयत ग्रामीणों में अमृत महतो, निर्मल महतो, सुरेंद्र माझी आदि ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उनकी रैयती एवं खेती की जमीन को बिना मुआवजा दिए जबरन कब्ज़ा किया गया है। मौके पर मौजूद कंपनी के पदाधिकारी जे.के. उरूल ने पुलिस प्रशासन की मदद से लगभग 42 एकड़ भूमि पर कब्ज़ा कर लेने की पुष्टि की।

 

मालूम हो कि आसनबनी मौजा में सेल टासरा द्वारा लगभग 42 एकड़ भूमि अधिग्रहण का यहाँ के ग्रामीण शुरू से विरोध करते रहे हैं। आसनबनी के ग्रामीण पूर्व में डीवीसी (DVC) से विस्थापन का दंश झेल चुके हैं, और उनका कहना है कि अब जो भी बची हुई भूमि थी, वह भी सेल द्वारा अधिग्रहित कर ली गई है, जिससे वे पूर्ण रूप से भूमिहीन हो जाएँगे।

इस दौरान कई बार गाँव में हुई जनसुनवाई में भी ग्रामीणों ने अपनी खेती की जमीन किसी भी हालत में कंपनी को न देने की बात दोहराई थी। यह भी उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पूर्व, 3 जुलाई को भी जिला प्रशासन की टीम इसी भूमि पर कब्ज़ा दिलाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुँची थी, किंतु ग्रामीणों के तीव्र विरोध के चलते उस दिन मकान आदि ढहाने तथा जमीन पर कब्ज़ा करने का कार्य संभव नहीं हो सका था।

बलियापुर के सीओ (Circle Officer) प्रवीण कुमार सिंह, थाना प्रभारी आशीष भारती, और सेल के अधिकारियों का कहना है कि अधिग्रहित भूमि के एवज में अधिकांश किसानों को मुआवजा का भुगतान कर दिया गया है। जिन किसानों ने अभी तक मुआवजा प्राप्त नहीं किया है, उनकी मुआवजा राशि भू-अर्जन कार्यालय में जमा कर देने की बात कही गई है। अधिग्रहित जमीन पर कब्ज़ा दिलाने के लिए भारी संख्या में पुलिस के पहुँचने से आसनबनी गाँव का माहौल आज दिन भर तनावपूर्ण बना रहा।

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