स्मृतियों में बसा ‘डाक चाचा’:खाकी वर्दी वाला देवदूत
“डाकिया” शब्द सुनते ही अतीत का एक शांत, किंतु जीवंत चित्र आँखों के सामने आ जाता है। खाकी वर्दी में, धूप की अनवरत यात्रा से ताम्बई हो चुका वह मंझोला…
“डाकिया” शब्द सुनते ही अतीत का एक शांत, किंतु जीवंत चित्र आँखों के सामने आ जाता है। खाकी वर्दी में, धूप की अनवरत यात्रा से ताम्बई हो चुका वह मंझोला…