ग्लोबल स्कूल ऑफ इंडिया का उद्देश्य सिर्फ अकादमिक शिक्षा देना नहीं है, बल्कि छात्रों को जीवन के हर पहलू से अवगत कराकर एक सफल इंसान बनाना है। समुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
डॉ.एस. खालिद (निदेशक-ग्लोबल स्कूल ऑफ़ इंडिया)
गो विंदपुर, धनबाद: ग्लोबल स्कूल ऑफ इंडिया में आयोजित सामुदायिक पुलिस परामर्श सह सामान्य परामर्श कार्यक्रम में छात्रों को एक जिम्मेदार और बेहतर नागरिक बनने की प्रेरणा दी गई। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन किया।
एसएसपी प्रभात कुमार ने छात्रों को किया संबोधित
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में धनबाद के एसएसपी श्री प्रभात कुमार, डीएसपी ट्रैफिक श्री अरविंद कुमार सिंह, सीएमपीएफ के डायरेक्टर एसोसिएट नफीस आलम, गोविंदपुर थाना प्रभारी विष्णु प्रसाद रावत, आईएसएम के प्रमोद कुमार पाठक, और जिला परिषद के सोहराब अंसारी शामिल हुए।
कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को सामुदायिक पुलिसिंग के महत्व और पुलिस-जनता संबंधों के बारे में जानकारी देना था। अतिथियों ने छात्रों को समझाया कि कैसे वे एक बेहतर नागरिक बनकर समाज में सकारात्मक योगदान दे सकते हैं।
स्मार्टफोन और वाहनों के दुरुपयोग पर चेतावनी
एसएसपी प्रभात कुमार ने 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों द्वारा स्मार्टफोन और वाहन के उपयोग को “ज़हर के समान” बताया। उन्होंने कहा कि कम उम्र में इन चीजों का गलत इस्तेमाल भविष्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
डीएसपी अरविंद कुमार सिंह ने छात्रों को नियमों, समस्याओं और उनके समाधान के बारे में बताया। उन्होंने समझाया कि जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना कैसे करना चाहिए।
पुस्तकालय की ओर लौटने की सलाह
आईएसएम के प्रमोद कुमार पाठक ने स्मार्टफोन के फायदे और नुकसान के बारे में चर्चा की। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे अपने समय का सदुपयोग करने के लिए पुस्तकालयों की ओर लौटें और किताबों से ज्ञान प्राप्त करें।
सीएमपीएफ के नफीस आलम ने नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को बताया कि एक नागरिक के रूप में उनके क्या अधिकार हैं और समाज के प्रति उनके क्या कर्तव्य हैं।
छात्रों का उत्साह और भागीदारी
कार्यक्रम में ग्लोबल स्कूल ऑफ इंडिया के सभी छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्होंने अधिकारियों की बातों को ध्यान से सुना और कई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की। कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों द्वारा एक मनमोहक नृत्य प्रस्तुति से हुई। अतिथियों का स्वागत अंग वस्त्र, पौधा और स्मृति चिन्ह देकर किया गया।
ग्लोबल स्कूल के निदेशक ने क्या कहा..?
इस अवसर पर स्कूल के निदेशक डॉ. एस. खालिद ने विद्यालय की उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने कहा कि ग्लोबल स्कूल ऑफ इंडिया का उद्देश्य सिर्फ अकादमिक शिक्षा देना नहीं है, बल्कि छात्रों को जीवन के हर पहलू से अवगत कराकर एक सफल इंसान बनाना है। उन्होंने सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम को इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जिसके माध्यम से छात्रों को पुलिस अधिकारियों और विद्वानों का मार्गदर्शन मिलता है।वहीं जिला परिषद के सोहराब अंसारी ने विद्यालय के प्रयासों और उपलब्धियों की सराहना की।
इस कार्यक्रम में प्रधानाचार्या सी. त्रिगुणाईत, डॉ. निखत परवीन, डॉ. ममता सिंह और अन्य शिक्षकगण भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान और पौधारोपण के साथ हुआ, जिसने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
शिक्षा का व्यापक दृष्टिकोण
इस कार्यक्रम से यह स्पष्ट होता है कि ग्लोबल स्कूल ऑफ इंडिया छात्रों को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रखना चाहता। यह उन्हें समाज के साथ जोड़ने, जिम्मेदार नागरिक बनाने और जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। सामुदायिक पुलिसिंग जैसे कार्यक्रम छात्रों और पुलिस के बीच की खाई को पाटने का काम करते हैं, जिससे एक बेहतर और सुरक्षित समाज का निर्माण होता है।