आज का दिन हमारे लिए गौरव का दिन है। आज वीर शहीदों को याद किया जाता है, जिनकी कुर्बानियों के बाद भारत को आज़ादी मिली। उन्होंने कहा, “आज हम तेज़ी से विकास की ओर बढ़ रहे हैं। हमारी संप्रभुता और राष्ट्र प्रेम की कोई परीक्षा नहीं ले सकता। अगर कोई भी दुश्मन देश हमें किसी तरह की चुनौती देता है, तो हम उन्हें सिंदूर जैसे एयर स्ट्राइक से मुँह तोड़ जवाब देते हैं।
झारखंड पब्लिक स्कूल ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के टैलेंट को आगे लाने और उन्हें आज की बदलती दुनिया के शैक्षणिक परिवेश के अनुकूल ढालने के लिए हम प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि इस मुहिम में उन्हें सफलता मिली है और उनके विद्यालय के बच्चे हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं.
अत्ताउर रहमान
(निदेशक -झारखण्ड पब्लिक स्कूल)
बलियापुर, स्थित झारखंड पब्लिक स्कूल में स्वतंत्रता दिवस का समारोह बड़े ही धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय का पूरा परिसर राष्ट्रीयता और देशप्रेम के रंग में डूबा हुआ था। शिक्षकों और छात्रों ने मिलकर इस दिवस को पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया।
कार्यक्रम के अवसर पर स्कूल के निदेशक अत्ताउर रहमान ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन हमारे लिए गौरव का दिन है। उन्होंने कहा -हमारे वीर शहीदों को याद किया, जिनकी कुर्बानियों के बाद भारत को आज़ादी मिली। उन्होंने कहा, “आज हम तेज़ी से विकास की ओर बढ़ रहे हैं। हमारी संप्रभुता और राष्ट्र प्रेम की कोई परीक्षा नहीं ले सकता। अगर कोई भी दुश्मन देश हमें किसी तरह की चुनौती देगा, तो हम उन्हें सिंदूर जैसे एयर स्ट्राइक से मुँह तोड़ जवाब देते हैं।”
निदेशक ने आगे कहा कि झारखंड पब्लिक स्कूल ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के टैलेंट को आगे लाने और उन्हें आज की बदलती दुनिया के शैक्षणिक परिवेश के अनुकूल ढालने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि इस मुहिम में उन्हें सफलता मिली है और उनके विद्यालय के बच्चे हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं।
स्वतंत्रता दिवस के इस खास मौके पर, बच्चों ने देशभक्ति से ओत-प्रोत कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिनमें देशभक्ति गीत, नृत्य और नाटक शामिल थे। उनकी मनमोहक प्रस्तुतियों ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया और उनमें देशप्रेम की भावना को और भी गहरा कर दिया।
इस पूरे समारोह ने न केवल छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया, बल्कि उन्हें राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का भी एहसास कराया। यह समारोह सभी के लिए एक यादगार और प्रेरणादायक अनुभव रहा।
अंतर्कथा पर हमारे संवाददाता उमेश चौबे की रिपोर्ट।