धनबाद विधायक राज सिन्हा एवं निरसा विधायक अरुप चाटर्जी सहित गणमान्य लोगों ने दी भाव भीनी श्रद्धांजलि
ध नबाद के प्रसिद्ध शिक्षाविद् और आर.एस. मोर कॉलेज के पूर्व प्राचार्य स्वर्गीय डॉ. एस.एन. राणा की 16वीं पुण्यतिथि हीरक रोड स्थित भुवनेश्वर यादव सुखदेव नारायण कॉलेज में डॉ. एस.एन. राणा स्मारक समिति द्वारा मनाई गई। इस अवसर पर धनबाद के विधायक राज सिन्हा और निरसा के विधायक अरूप चटर्जी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर बोलते हुए धनबाद के विधायक राज सिन्हा ने डॉ. एस.एन. राणा की शिक्षा के क्षेत्र में किए गए योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. राणा ने उस समय धनबाद में शिक्षा की ज्योति जलाई, जब यहाँ शिक्षा के पर्याप्त साधन नहीं थे। उन्होंने अपना जीवन ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के प्रसार के लिए समर्पित कर दिया और गोविंदपुर के आर.एस. मोर कॉलेज को रांची विश्वविद्यालय का सर्वश्रेष्ठ कॉलेज बना दिया। सिन्हा ने उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
वहीं, निरसा के विधायक अरूप चटर्जी ने डॉ. राणा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे अमर हैं और युगों-युगों तक धनबाद के शैक्षणिक जगत के लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे। उन्होंने बताया कि डॉ. राणा ने न केवल आर.एस. मोर कॉलेज को एक आदर्श संस्थान बनाया, बल्कि धनबाद जिले में दर्जनों शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना और संचालन में भी मार्गदर्शक की भूमिका निभाई। चटर्जी ने कहा कि वे एक महान व्यक्ति थे और उनके इस योगदान को लोग हमेशा याद रखेंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत में उपस्थित लोगों ने कॉलेज परिसर में स्थापित डॉ. एस.एन. राणा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर उनके पुत्र संजय राणा, अनूप राणा, नीरज राणा, संजीव राणा, उनके दामाद लेफ्टिनेंट राकेश कुमार, पौत्र इंजीनियर आयुष राणा के साथ-साथ कॉलेज के प्राचार्य, प्राध्यापक और कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इनमें विश्वनाथ राणा, अशोक गिरी, और पीयूष कौशल जैसे प्रमुख लोग भी शामिल थे। सभी ने डॉ. राणा को याद करते हुए उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया।
यह समारोह डॉ. एस.एन. राणा के शिक्षा के प्रति समर्पण और समाज के लिए उनके अथक प्रयासों को एक बार फिर से याद करने का अवसर था। उनका जीवन और कार्य आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे। इस श्रद्धांजलि सभा में मौजूद सभी लोगों ने एक महान शिक्षाविद् और दूरदर्शी व्यक्ति को याद कर उनके प्रति सम्मान व्यक्त किया।