*अंतर्कथा प्रतिनिधि*
जमुई -: नशा शराब में होती तो नाचती बोतल,नशे में कौन नहीं है हमे बता दो जरा ये लाईन पुलिस जवानों पर एकदम फीट बैठती हैं। इसका कारण है कि पुलिस के जवानों को शराब पीने के बाद नशा नहीं होता बस वो यू ही झूमता है और उसकी जांच भी नहीं होती है। वही दूसरी और इसी नशा के आदि सभी लोग है पर छोटे पैमाने वाले पकड़े जाते है क्योंकि शराब पीने के बाद उन्हें नशा लग जाता है और बड़े पैमाने वाले इज्जत से छुपाकर पीते है उनको पकड़ने का कोई कानून नहीं है क्योंकि उन्हें नशा नहीं लगता। झाझा रजला पंचायत के एक चौकीदार कुछ दिनों पहले शराब के नशे में सड़को पर ड्रामा करते दिखाई दिए और वीडियो भी वायरल हुआ उसने यहां तक कहा कि हम अभी ड्यूटी जायेंगे पर उसपर कोई कार्यवाही नहीं हुई आखिर क्यों लेकिन वही बिहार के शिवहर मे शिवहर जिले के पुरनहिया थाना मे एक व्यक्ति शराब पीकर जब प थाना पहुंचा और हाथ जोड़कर कहा कि मैं शराब पी रखा हूं मुझे गिरफ्तार कर लीजिए। तो पहले पुलिस के टीम ने बोला कि पागल सरफिरा है बाद में पुरनहिया थाना में तैनात दरोगा आरती कुमारी ने ब्रेथ इनलाइजर से चेक किया तो काफी मात्रा में शराब पी रखा था। जिसका सूचक 400 पॉइंट आया और उसको हिरासत में ले लिया, जबकि जवार गांव के सीताराम सिंह पारिवारिक तनाव के कारण शराब पी रखा था। लेकिन यहां शराब मस्ती कर ड्यूटी करने के लिए पिया जाता है और अधिकारी इसका ब्रेथ इनलाइजर से कोई जांच नही करते आखिर ये कैसा राज और कैसा प्रदेश के राजा है इसे कैसे सुशासन कहेंगे। जबकि चौकीदार गुड्डू प्रसाद साफ कह रहे है कि हां मैने गांजा शराब पी रखा है और अपनी ड्यूटी जा रहे है। अब देखना ये है कि इसका निराकरण क्या होगा खाकी के लोग इसपर लीपापोती करेंगे या कार्यवाई।