
धनबाद : सिंदरी स्थित साईं मंदिर का स्थापना दिवस आज भव्य तरीके से हर्षोल्लास आयोजित हुई। इसमें न केवल भरी संख्या में श्रद्धालओं की जुटान हुई बल्कि कई गणमान्य लोगों की भी सहभागिता रही। स्वयं जिले के पुलिस कप्तान एसएसपी एच पी जनार्दनन ने भी भाग लिया साथ हीं साईं बाबा की पालकी यात्रा को स्वयं का कंधा देकर इस पूजा अर्चना को आकर्षक बनाया। यह न केवल उनके धार्मिक आस्था का प्रतीक रही, बल्कि इस आयोजन ने समाज में सामूहिकता और एकता का संदेश भी दिया। मौके पर मंदिर में विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया गया ,जिसमे एसएसपी की भी शामिल रहकर पूजा अर्चना में शामिल हुए।पालकी यात्रा के बाद, मंदिर में एक भव्य भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। भक्तों ने यहां एक साथ मिलकर भजन गाए और बाबा के चरणों में अपना सिर झुका कर आशीर्वाद लिया। यह भजन-कीर्तन न केवल आस्था का प्रतीक था, बल्कि मंदिर परिसर में एक अद्भुत आध्यात्मिक वातावरण भी बना रहा। साथ ही, पूरे आयोजन के दौरान प्रसाद का वितरण किया गया, जिसे हजारों भक्तों ने श्रद्धापूर्वक ग्रहण किया। यह प्रसाद न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ाने का कार्य करता है, बल्कि लोगों को एकजुट भी करता है। शाम को एक संगीत संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तों ने संगीत के माध्यम से बाबा के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। संगीत संध्या ने इस धार्मिक उत्सव को एक नया आयाम दिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के द्वारा भक्तों को न केवल धार्मिक माहौल में रंगा गया, बल्कि मनोरंजन का भी भरपूर अवसर मिला। इस विशेष अवसर पर कई गणमान्य लोग और समाजसेवी उपस्थित थे, जिनमें प्रमुख रूप से रविंद्र सिंह, दिनेश सिंह, मुकेश सिंह, अशोक सिंह, जन अधिकार मंच के रणजीत सिंहऔर अन्य सम्मानित व्यक्तित्व शामिल थे। इन लोगों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी भव्य और महत्वपूर्ण बना दिया। इस आयोजन ने न केवल धार्मिक आस्था को प्रगाढ़ किया, बल्कि समाज में एकता और भाईचारे का भी संदेश दिया। साइ मंदिर का स्थापना दिवस एक ऐसा अवसर था, जब लोगों ने मिलकर अपने विश्वास को मजबूत किया और एक दूसरे के साथ सामूहिक रूप से धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया। इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि जब लोग मिलकर धार्मिक आयोजनों में भाग लेते हैं, तो यह उनके मनोबल को बढ़ाता है और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।इस भव्य आयोजन ने न केवल साइ मंदिर की महिमा को बढ़ाया, बल्कि लोगों को यह भी याद दिलाया कि धर्म और विश्वास के माध्यम से समाज में एकता और शांति लाई जा सकती है।
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