अंतर्कथा प्रतिनिधि
पुटकी। टुसू पर्व समिति मुनीडीह द्वारा सोमवार को धनबाद प्रखंड के धोबनी स्थित मडप थान से टुसू मनी बिदाई को लेकर भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में गांव की महिला-पुरूष शामिल हुए। मांदर की थाप पर पारंपरिक गीतों पर झूमते गाते हुए लोगों धोबनी स्थित मडप थान से मुनीडीह बाजार होते हुए आकर्षक तरीके से सजाए गए चौड़ल को कपाट घाट (शक्ति पुल) दामोदर नदी में टुसुमनी का विसर्जित (भाषण) किया गया।
प्रमुख आरती देवी ने बताया कि टुसू पर्व झारखंड की संस्कृति का पोषक स्वरूप है। इसे अच्छी फसल की प्राप्ति, खुशहाली, पारंपरिक मान्यता एवं धार्मिक लोक उत्सव के रूप में मनाया जाता है। खरीफ फसलों की कटाई के बीच अगहन मास से शुरू होकर मकर संक्रांति तक यह चलता है। इसमें प्रकृति को जोड़कर फसल की वृद्धि, नववर्ष की समृद्धि और खुशहाली की कामना की जाती है।
समसिखर पंचायत के मुखिया चक्रधर महतो ने कहा कि टुसू पर्व झारखंड के कई जिलों में मनाया जाता है। जिले के धनबाद प्रखंड के मुनीडीह क्षेत्र में टुसू पर्व को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया है।
शोभायात्रा को सफल बनाने में उपमुखिया कौशल्या देवी , विजय महतो,अर्जुन महतो,धीरेन महतो,सुखलाल महतो, इंद्रजीत महतो, सृष्टीधर महतो,नारायण महतो,मदन महतो, देवी लाल महतो, अरुण महतो,बलराम महतो,बिनोद महतो, कमलाकांत महतो,मनोज महतो,विमल महतो,महादेव महतो, अनिल महतो,दीपक महतो ,कार्तिक महतो व अन्य का सराहनीय योगदान रहा।
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