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भूटान के गेलेफू शहर से असम के कोकराझार के बीच नई रेलवे लाइन का फाइनल सर्वे और डीपीआर पूरा

ByBiru Gupta

Mar 2, 2025

 

 

गुवाहाटी: भूटान के गेलेफू शहर से असम के कोकराझार के बीच नई रेलवे लाइन सीमा पार संपर्क और पड़ोसी राज्य असम के साथ द्विपक्षीय संबंधों में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए तैयार है. नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) ने शनिवार को कहा कि रेलवे इस परियोजना पर सक्रिय रूप से काम कर रहा है और असम के जरिये भारत और भूटान के बीच रेल संपर्क स्थापित करने के लिए अंतिम स्थानिक सर्वेक्षण पूरा कर लिया गया है.

 

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में गुवाहाटी में आयोजित एडवांटेज असम 2.0 निवेश और अवसंरचना शिखर सम्मेलन के दौरान इस महत्वाकांक्षी परियोजना की घोषणा की.

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने शनिवार को कहा कि भारतीय रेलवे पड़ोसी देशों के साथ संपर्क बढ़ाने के लिए कई नई रेलवे परियोजनाओं पर सक्रिय रूप से काम कर रहा है. एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने कहा, “इस दृष्टिकोण के साथ, असम को भूटान से जोड़ने वाली कोकराझार से गेलेफू तक नई रेलवे लाइन प्रस्तावित की गई है, ताकि सीमा पार संपर्क में सुधार हो और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया जा सके.”

 

*अनुमानित लागत 3,500 करोड़ रुपये*

 

उन्होंने कहा, “प्रस्तावित 69.04 किलोमीटर रेलवे लाइन असम के कोकराझार स्टेशन को भूटान के गेलेफू से जोड़ेगी, जिसकी अनुमानित लागत 3,500 करोड़ रुपये है. इस परियोजना में छह नए स्टेशनों का विकास शामिल है, जैसे बालाजन, गरुभासा, रुनिखाता, शांतिपुर, दादगिरी और गेलेफू. इसके अलावा, बुनियादी ढांचे की योजना में 31 बड़े ब्रिज, 65 छोटे ब्रिज, एक रोडओवर ब्रिज और 39 रोड अंडर ब्रिज शामिल हैं.

 

उन्होंने कहा, “अंतिम स्थान सर्वेक्षण (एफएलएस) सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) आगे की मंजूरी और आवश्यक निर्देशों के लिए प्रस्तुत की गई है.” उन्होंने कहा कि प्रस्तावित रेलवे लाइन भारत-भूटान संबंधों को मजबूत करेगी. दोनों देशों के बीच व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा.

कनेक्टिविटी में होगा सुधार

कपिंजल किशोर शर्मा ने कहा, “इससे कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा, भूटान को अपना पहला रेलवे लिंक मिलेगा, जिससे निर्बाध परिवहन की सुविधा मिलेगी. साथ ही, रेलवे लाइन बोडोलैंड को एक व्यापार और पारगमन केंद्र के रूप में स्थापित करेगी, जिससे स्थानीय व्यवसायों और समुदायों को लाभ होगा. कुल मिलाकर, असम-भूटान रेलवे लाइन बोडोलैंड की अर्थव्यवस्था और कनेक्टिविटी को बदलने के लिए तैयार है, जो दीर्घकालिक विकास और प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगी.”


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