*राम मंदिर करोड़ों भारतीयों की आस्था और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। प्रभु श्री राम के आदर्श हमारे जीवन और समाज को नई दिशा देने का मार्गदर्शक हैं :– प्रदीप प्रसाद*
प्रभु श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ के पावन अवसर पर हजारीबाग सदर विधायक प्रदीप प्रसाद के कार्यालय के समक्ष एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं और आम जनमानस के बीच लड्डू का वितरण किया गया। पूरे आयोजन में भक्तिभाव और उत्साह का माहौल छाया रहा। राम मंदिर का निर्माण और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा न केवल हमारे धर्म का गौरव है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और सभ्यता के पुनर्जागरण का प्रतीक है। यह अवसर हमें भगवान श्री राम के आदर्शों और मर्यादाओं को अपने जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा देता है। रामलला का यह मंदिर केवल पत्थरों का नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की आस्था और विश्वास का प्रतीक है।
विधायक प्रदीप प्रसाद ने इस अवसर पर समाज में एकता, सद्भाव और मर्यादा के आदर्शों को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम के आदर्शों को आत्मसात कर हम एक सशक्त समाज और राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने रामलला के जयघोष के साथ उत्सव को और भी अधिक भव्य बनाया। लड्डू वितरण के दौरान सभी ने आपसी भाईचारे और सौहार्द का संदेश दिया। सभी उपस्थित लोगों के बीच प्रसाद और लड्डुओं का वितरण। श्रद्धालुओं द्वारा जय श्री राम” के उद्घोष से कार्यक्रम स्थल गुंजायमान रहा।
विधायक प्रदीप प्रसाद ने यह भी कहा की
राम मंदिर निर्माण से जुड़े हर पल को हमें अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। यह मंदिर केवल एक भवन नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक पहचान और गौरव का प्रतीक है। आज के इस अवसर पर मैं हजारीबाग की जनता से अपील करता हूं कि वे रामलला के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और समाज को नई दिशा दें।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, स्थानीय निवासी और समाजसेवी शामिल रहें।
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