*💎(31 मई 1725 – 13 अगस्त 1795)💎*
*1725 में आज ही के दिन उनका जन्म महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर के चौड़ी नामक गांव में हुआ था।*
*भारतीय इतिहास में कुछ ऐसी महिलाएं हुई हैं जो न केवल अपने साहस के लिए जानी जाती हैं बल्कि महिला सशक्तिकरण और समाज सुधारों के क्रांतिकारी कदमों के लिए भी जानी जाती हैं। इन्हीं महिलाओं में एक नाम आता है मालवा प्रांत की महारानी अहिल्याबाई होल्कर का। महज 8 साल में शादी होने के बाद जब पति की मौत हुई तो 29 साल की अहिल्याबाई ने सती होने का फैसला कर लिया था लेकिन उनके ससुर ने उन्हें रोक लिया। बाद में वहीं अहिल्याबाई ऐसी महिला के रूप में विख्यात हुई जिसके किस्से आज भी इतिहास में दर्ज हैं।*
*शिवभक्त अहिल्या बाई ने कराया कई तीर्थों का निर्माण*
*शिव की अन्यय भक्त माने जानी वाली अहिल्याबाई ने काशी से लेकर गया, अयोध्या, सोमनाथ, जगन्नाथपुरी में कई ऐसे मंदिरों को फिर से निर्मित किया जो मुस्लिम आक्रमण कारियों द्वारा ध्वस्त कर दिए गए थे।*
*अहिल्याबाई के बारे में कहा जाता है कि शिवपूजा के बिना वह पानी तक नहीं पीती थी। अहिल्याबाई का जीवन हालांकि दुखों से भरा रहा था। पहले पति, फिर अन्य परिजनों को खोने के बाद बेटे की विलासिता भरी जिंदगी और फिर उसकी मौत, बाद में बेटी के पति की मौत के बाद उसके सती हो जाने से उन्हें काफी दुख पहुंचा था। लेकिन इंदौर के लिए उन्होंने जो विकास और अन्य कार्य किए उनकी निशानियां आज भी मौजूद हैं। 72 साल की उम्र में उनका देहांत हो गया।*


