नयी दिल्ली :प्रोडक्ट अभी लॉन्च हुआ नहीं. कब होगा वो भी पता नहीं. होगा भी या नहीं, वो भी पता नहीं. लेकिन कंपनी को 100 मिलियन डॉलर (लगभग 8 हजार करोड़ रुपये) की फंडिंग मिल गई है. इतना ही नहीं, प्रोडक्ट की सिर्फ एक झलक ने सोशल मीडिया से लेकर टेक वर्ल्ड में रौला काट रखा है. वजह है भविष्य के स्मार्टफोन की नई तस्वीर. फ्यूचर में स्मार्टफोन कैसे होंगे, होंगे भी या नहीं, उसके बारे में कुछ सामने आया है. कंपनी का नाम है ह्यूमन ऐप्पल के एक भूतपूर्व कर्मचारी इमरान चौधरी इसके फाउंडर हैं. लाख टके का नहीं भाई 8 हजार करोड़ का सवाल है, आखिर ऐसा क्या कर दिया है इन्होंने, चलिए समझते हैं.
प्रोडक्ट के प्रीव्यू ने ही धूम मचा दी
इमरान चौधरी ने कनाडा के वैंकूवर शहर में TED टॉक के दौरान अपने प्रोडक्टकी पहली झलक दिखाई. दरअसल टेक जगत में पिछले कुछ सालों से इस बात की चर्चा थी कि इमरान फ्यूचर के स्मार्टफोन पर काम कर रहे हैं. बातचीत अभी शुरू ही हुई थी, इतने बीच में अचानक से उनकी हथेली पर एक नाम डिस्प्ले होता है. एकदम वैसे ही जैसे स्मार्टफोन की स्क्रीन पर कॉल आने पर सामने वाले का नाम या नंबर नजर आता है.
इमरान की हथेली पर उनकी पत्नी और कंपनी की को-फाउंडर Bethany Bongiorno का नाम आ रहा था. कमाल बात ये कि नाम के साथ कॉल को उठाने और काटने के ऑप्शन भी नजर आ रहे थे. सबकुछ नजर आ रहा था, लेकिन स्मार्टफोन या उसकी स्क्रीन का कोई अता-पता नहीं था.
अगर इतना पढ़कर आपको विश्वास नहीं हो रहा और सबकुछ हॉलीवुड कि किसी साई-फ़ाई फिल्लम जैसा लग रहा है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है. स्क्रीनलेस, बोले तो बिना स्क्रीन वाला स्मार्टफोन अब एक हकीकत है. तकनीक की भाषा में कहें तो इमरान की कंपनी इसी दिशा में काम कर रही है. माने कि दुनिया जहान के सभी डिवाइस को अदृश्य करना. अदृश्य थोड़ा भारी-भरकम शब्द लगे तो समझ लीजिए कि ऐसे प्रोडक्ट डिजाइन करना जिन्हें आसानी से कहीं भी ले जाना मुमकिन हो और उनको ऑपरेट करने में भी कोई मेहनत नहीं करनी पड़े. खैर हम अपनी रिदम को अदृश्य नहीं करते हैं और वापस आते हैं Bethany
इमरान ने अपनी जर्सी के पॉकेट में एक बेहद छोटा सा डिवाइस लगाया हुआ था. कॉल इसी डिवाइस पर आया और इसमें लगे कैमरे से उनकी हथेली पर उसका प्रतिबिंब बना. इमरान ने बाकायदा Bethany से बात भी की. हालांकि इस डिवाइस के बाकी फीचर्स, कीमत और उपलब्धता पर अभी कुछ भी साफ नहीं है. लेकिन इमरान के शब्दों में स्क्रीनलेस डिवाइस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का शानदार नमूना है. उनके मुताबिक आपकी आंखें जो देखती हैं, दिमाग जो समझता है या महसूस करता है, ये डिवाइस उसको समझने और हकीकत में बदलने का काम करता है. इमरान के मुताबिक जल्द ही इसके बाकी फीचर्स से पर्दा उठेगा. डिवाइस की कहानी यहीं तक, अब थोड़ा इमरान को भी जान लेते हैं.
ऐप्पल के भूतपूर्व कर्मचारी हैं इमरान
इमरान ने टेक दिग्गज ऐप्पल के साथ तकरीबन 20 साल तक काम किया है. उन्होंने iPhone से लेकर ऐप्पल वॉच के डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. लेकिन उनका असल काम आईफोन का यूजर इंटेरफेस है. वही इंटेरफेस जो सालों से लोगों का चहेता है.
टेक वर्ल्ड में इमरान का बड़ा नाम है. शायद इसलिए उनको प्रोडक्ट लॉन्च से पहले ही मोटा इनवेस्टमेंट मिल गया है. हालांकि स्मार्टफोन से लेकर लैपटॉप से स्क्रीन गायब होगी या नहीं वो वक्त ही बताएगा.
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