गम्हरिया : सरायकेला खरसावां जिले के गम्हरिया थाना अंतर्गत सामरम बालू घाटों से बालू का अवैध खेल लगातार जारी है. धड़ल्ले से बालू की अवैध निकासी से स्थानीय ग्रामीण भी हैरान हो चुके हैं. आदर्श आचार संहिता लगने के बावजूद भी बालू माफिया इन दिनों बालू के अवैध निकासी में जुटे हुए हैं. दिन के उजाले में ही 20 से 25 ट्रैक्टर नदी से बालू निकलते हुए दिखाई दे रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में बीच सड़कों पर ही ट्रैक्टर में बालू लोड करके के ले जाते हुए दिखाई देते है. इन सभी बालू को निकाल कर बांसली कोचा में एक स्थान पर एकत्रित किया जाता है. जहां लगभग 100 से 150 ट्रैक्टर बालू स्टॉक है. स्थानीय ग्रामीण भी बालू का अवैध कारोबार से अचंभित हो चुके हैं.बालू के अवैध खेल से सरकार को करोड़ों रुपयों का राजस्व का नुकसान हो रहा है. अगर बालू का आंकड़ा निकाला जाए तो 20 से 30 ट्रैक्टर द्वारा 90 से 100 ट्रिप बालू की अवैध निकासी की जाती है. जिसमें प्रत्येक ट्रैक्टर 3000 से 3500 रुपयों में स्थानीय ग्रामीण एवं औद्योगिक क्षेत्र में बेचा जाता है. सूत्र बताते हैं कि इस काले बाजार में सफेद पोस से लेकर अधिकारी की मिलीभगत होती है. नदी से लगातार बालू निकासी होने से बालू का जल स्तर भी नीचे गिरता जा रहा है. पर्यावरण पर दुष्प्रभाव होता जा रहा है. एसपी ऋषभ झा के कार्यकाल में सामरम बालू घाटों में पुलिस द्वारा दबिश दी गई थी. जिसमें कुछ ट्रैक्टरों को जप्त भी किया गया था.महज कुछ महीने बीतने के बाद ही बालू का अवैध खेल फिर से शुरुआत हो चुका है.सवाल यह उठता है कि स्थानीय पुलिस एवं अंचल प्रशासन को इसकी भनक है कि नहीं या कार्रवाई करने में कोताही बढ़ती जा रही है. यह सवाल स्थानीय ग्रामीणों में एक पहेली बन चुका है. इस संदर्भ में स्थानीय ग्रामीण द्वारा विरोध किया जाता भी है तो बालू माफिया द्वारा डरा धमका कर विरोध को शांत करवा दिया जाता है.
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