पटना. मद्यनिषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से रविवार को रन फॉर नशामुक्त बिहार मैराथन का आयोजन किया गया. मैराथन गांधी मैदान से शुरू हुआ और गंगा पाथवे, अटल पथ होकर वापस गांधी मैदान में समाप्त हुआ. 42 किमी की महिला और पुरुष की फुल मैराथन में यूथोपिया के धावकों का दबदबा रहा. वहीं, 21 किमी की हाफ मैराथन में बिहार की अंजलि ने विदेशी धावकों को पछाड़ कर विजेता बनी.
अंजलि ने 1 घंटा 14 मिनट और 17 सेकेंड का समय निकाल कर अव्वल रही. अंजलि ने नेपाल और यूथोपिया की धावकों को पीछे छोड़ा. अंजलि ने बताया कि वह छपरा की रहने वाली है. वर्तमान में बिहार पुलिस में कार्यरत है. उनकी पोस्टिंग पटना में है. उन्होंने बताया कि पिछली बार 10 किमी की दौड़ में हिस्सा लिया था. वह हर दिन दौड़ की प्रैक्टिस करती है. उसने बताया कि पुलिस की नौकरी की तैयारी के दौड़ती थी. पुलिस में चयन होने के बाद लंबी दूरी की दौड़ की प्रैक्टिस करने लगी. ड्यूटी से समय निकाल कर प्रैक्टिस करती हूं.
फुल मैराथन में रवि रोशन कुमार बिहार के सबसे तेज धावक
42 किमी की फुल मैराथन में रवि रोशन कुमार बिहार के सबसे तेज धावक बने. उन्होंने 2 घंटा 40 मिनट 46 सेकेंड का समय निकला. 21 किमी की हाफ मैराथन में कमल कुमार बिहार के सबसे तेज धावक बने. कमल मात्र नौ सेकेंड से हाफ मैराथन में तीसरे स्थान पर आने से चूक गये. कमल ने 21 किमी दूरी तय करने में 1 घंटा 08 मिनट 36 सेकेंड का समय लिया. वहीं, तीसरे स्थान पर रहे श्याम ने यह दौड़ 1 घंटा 08 मिनट 27 सेकेंड में पूरी की. 10 किमी की दौड़ में प्रिंस राज मिश्रा बिहार के सबसे तेज धावक बने. प्रिंस राज ने यह दौड़ 29 मिनट 27 सेकेंड में पूरी की. प्रिंस इस दौड़ में तीसरे स्थान पर रहे. रोहतास जिले के डेहरी ऑन सोन के निवासी प्रिंस राज मिश्रा ने बताया कि इस मैराथन की तैयारी काफी पहले से शुरू कर दी थी.
उन्होंने बताया कि जब से मुझे इस मैराथन की जानकारी मिली. पहले रजिस्ट्रेशन कराया. फिर इसके लिए विशेष रूप से तैयारी करने लगा. उन्होंने बताया कि हर दिन सुबह उठ लंबी दूरी की दौड़ लगाता.
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