*भाद्र मास का त्योहार ढ़ेर सारे व्रत और त्योहार लेकर आता है, इस माह का प्रारंभ एक सितंबर से शुरू हो रहा है और ये 29 सितंबर तक रहेगा।*
*इसी माह में गोकुलोष्टमी और गणेश चतुर्थी जैसे पर्व आ रहे हैं। यहां हम आपके लिए लाए हैं भाद्र मास के त्योहारों की पूरी लिस्ट।*
*आइए जानते हैं भाद्रपद मास के प्रमुख व्रत-पर्व-त्योहार*
02 सितंबर -कजरी तीज
03 सितंबर -बहुला चौथ
04 सितंबर-भाद्रपद नाग पंचमी
05 सितंबर- शीतला सातम
06 सितंबर-जन्माष्टमी
07 सितंबर- दही हांड़ी
10 सितंबर-अजा एकादशी
12 सितंबर -प्रदोष व्रत
13 सितंबर – मासिक शिवरात्रि
14 सितंबर -भादो पिठोरी अमावस्या
17 सितंबर -वराह जयंती, विश्वकर्मा पूजा
18 सितंबर -‘हरितालिका तीज’
19 सितंबर -गणेश चतुर्थी
20 सितंबर – ऋषि पंचमी
22 सितंबर – ललिता सप्तमी
23 सितंबर -राधा अष्टमी
25 सितंबर -परिवर्तिनी एकादशी
26 सितंबर- वामन जयंती
27 सितंबर -प्रदोष व्रत
28 सितंबर – गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी
29 सितंबर- भादो पूर्णिमा, पितृ पक्ष आरंभ
30 सितंबर- द्वितीय श्राद्ध
‘हरितालिका तीज’
*आपको बता दें कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को ‘हरितालिका तीज’ होती है। सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए इस दिन निरजला व्रत रहती हैं और शाम को भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करती हैं। इस बार ये उपवास 18 सितंबर को है। मान्यता है कि इस दिन मां पार्वती ने जंगल में जाकर भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कई सालों तक बिना पानी पिए लगातार तप किया था, तब जाकर भोलेनाथ उन्हे पति के रूप में प्राप्त हुए थे । ये व्रत कुंवारी कन्याएं अच्छे वर की प्राप्ति के लिए भी करती हैं। यूपी-बिहार में इस व्रत को प्रमुखता से किया जाता है और ये वहां के प्रमुख व्रतों में से एक है।*


