
रिपोर्ट,अरुण कुमार सैनी
केंदुआ। झारखण्ड आंदोलनकारी नेता शहीद नेपाल रवानी का 35 वां सहादत दिवश के अवसर पर गोधर मुख्य मार्ग के समीप शहीद नेपाल रवानी चौक पर श्रद्धाजंलि समारोह का आयोजन किया गया। इसके पूर्व शहीद नेपाल रवानी की धर्मपत्नी सावित्री देवी एवं उनके परिजन एवं स्थानीय कार्यकर्ताओं ने सर्व प्रथम रसिक हांसदा स्थल में पहुंच शहीद नेपाल रवानी व रसिक हांसदा के प्रतिमा एवं चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धाजंलि दी गई।तद्पश्चात गोधर मुख्य मार्ग के समीप शहीद नेपाल रवानी चौक पर श्रधांजलि समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें झामुमो के अलावे अन्य दलों के नेता व कार्यकर्ताओं ने बढ़ चढ़ कर शामिल हुए एवं बारी बारी से शहीद नेपाल रवानी के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में आए झारखंड मुक्ति मोर्चा के मुख्य सचेतक एवं टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने संबोधित करते हुए बताया कि शहीद नेपाल रवानी झारखंड राज्य आंदोलन की मार्गदर्शन थे । यही नहीं कोयलांचल की धरती में आदिवासी मूलवासी के लिए रोजगार दिलाने के लिए संकल्पित थे । और छोटानागपुर मोटर परिवहन सहयोग समिति लिमिटेड नामक शाहकारी समिति का संचालन कर वे काफी लोगों को रोजगार से जोड़ने का कार्य किए थे। उनके इस विचार नीति से घबराकर माफियाओं ने सुनियोजित योजना के तहत उनकी हत्या कर दी परन्तु धनबाद कोयलांचल में आज भी उनकी आवाज लोगों के दिलों दिमागों में गूंज रहा है और रैयत विस्थापितों की लड़ाई जारी है सरकार गंभीरतापूर्वक इस पर संज्ञान ले रही है । और आगे हम लोग काफी कुछ अच्छा निर्णय लेने जा रहे हैं । और निश्चित रूप से यहां के लोगों को हमारी सरकार रोजगार देने के लिए कटिबंध है एवं उस ओर कार्य भी प्रगति पर है। विशिष्ट अतिथि के रूप में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री जलेशवर महतो ने बताया कि शहीद नेपाल रवानी झारखंड की योद्धा थे उनके लहू बेकार नहीं जाएगा उन्होंने लहू बहाया है और झारखंड आंदोलन को बल दिया है । तभी झारखंड राज्य बना है आज शहीद नेपाल रवानी को सम्मान मिल रहा है आगे हम लोगों को भव्य रूप से कैसे सम्मान मिले इस पर लोगों को विचार करना चाहिए उन्होंने संघर्ष करते-करते अपने प्राण को निछावर कर दिए हैं ऐसे लोग बहुत कम मिलते हैं। मंत्री जलेश्वर ने आम जनता को संदेश के रूप में बताया कि लोगों को उनकी जीवनी से सीख लेने की जरूरत है और सभी लोगों को शहिद नेपाल रवानी के पद चिन्हों पर चलने की जरूरत है । तभी झारखंड वासियों का कल्याण संभव है। शहीद पुत्र अजय रवानी ने बताया कि शाहिद नेपाल रवानी अलग राज्य की लड़ाई में शिबू सोरेन , विनोद बिहारी महतो , कॉ ए के राय के साथ थे । आज उन्हीं का परिणाम है झारखंड अलग राज्य हुआ इस अलग राज्य में झारखंड वासियो का कल्याण निश्चित संभव है । हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड प्रगति पर दिख रहा है और झारखंड वासी को हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चलने की जरूरत है तभी झारखंड का कल्याण हो सकता है। मौके पर हरिप्रसाद पप्पू , नंदलाल महतो ,चंद्रदेव यादव आरजेडी , राम गोपाल भुवानीयां , नीलम मिश्रा , अमितेश सहाय , रमेश टुडू , रती लाल टुडू , लखी सोरेन, मन्नू आलम अजय रवानी, शिव प्रसाद महतो , हरिपद रवानी, सपन मोदक , नीलकंठ रवानी , सुभाष रवानी , दिनेश रवानी , रूप देव रवानी , दिलीप रवानी मंटू चौहान, आकाश रवानी ,,पिंटू रवानी,बिट्टू रवानी,विजय कुमार,तमल राय,राजा चौरसिया,महादेव हांसदा,मनौवर हुसैन,इत्यादि सैकड़ो लोग उपस्थित थे।
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