
ग्लोबल स्क्वायर, पलटनटांड़ ,गोविंदपुर– ग्लोबल स्कूल ऑफ इंडिया ने 8 फरवरी 2025 को एपीजे अब्दुल कलाम ऑडिटोरियम में विज्ञान और कला प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक जिज्ञासा और रचनात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देना था, जिससे वे नवाचार और सृजनशीलता को विकसित कर सकें।
सम्मानित अतिथि एवं उद्घाटन समारोह
इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित अतिथियों की उपस्थिति रही, जिनमें शामिल हैं:
प्रो • डॉ सुमन कुमार बर्णवाल परीक्षा नियंत्रक बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय, धनबाद के एक प्रतिष्ठित उपलब्धि प्राप्त व्यक्तित्व।
श्रीमती स्वाति सुलभ बर्णवाल – एक उच्च शिक्षित और सम्मानित व्यक्तित्व।
मो. तौसीफ इकबाल अंसारी (SRF) – वरिष्ठ शोधकर्ता।(आई आई टी, आई एस एम , धनबाद
आसिफ हुसैन (JRF) – वरिष्ठ शोधकर्ता। आई आई टी, आई एस एम, धनबाद
मो. सोहराब अंसारी – तीन बार निर्वाचित जिला परिषद सदस्य।
कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्या श्रीमती विद्या सिंह, संस्थापक एवं निदेशक डॉ. एस. खालिद, तथा डॉ. सुमन कुमार बर्णवाल, मो. सोहराब अंसारी और मो. रियाज अंसारी के प्रेरणादायक भाषणों से हुई।
सम्मान समारोह
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथियों का शॉल और पौधा देकर स्वागत किया गया। इस आयोजन में भाग लेने वाले प्रमुख व्यक्ति थे:
प्रो • डॉ. एस. खालिद (संस्थापक एवं निदेशक)
प्रो •डॉ. निखत परवीन (चेयरपर्सन)
श्रीमती विद्या सिंह (प्राचार्या)
श्री परवेज़ खान (शारीरिक एवं खेल शिक्षक)
डॉ. सौम्या खालिद
विज्ञान प्रदर्शनी: नवाचार की झलक
कक्षा 9 की छात्राओं द्वारा स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसके बाद मो. सोहराब अंसारी और डॉ. एस. खालिद ने फीता काटकर तथा एनिमेटेड पद्धति से डिजिटल बोर्ड पर फीता काटकर विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
छात्रों ने अपनी वैज्ञानिक परियोजनाओं का प्रदर्शन किया, जिनमें शामिल थे:
बजर वायर गेम
स्ट्रीट लाइट प्रोजेक्ट
कूलर
वाटर इंडिकेटर अलार्म
इलेक्ट्रिक बेल
रेन डिटेक्टर
ड्रिप इरिगेशन
भूकंप डिटेक्टर
चोर डिटेक्टर
वाटर डिस्टिलेशन
कार्बन प्यूरीफायर
डिजास्टर स्पाई
हाइड्रोलिक ब्रिज
नन्हे कलाकारों की प्रस्तुति
छोटे बच्चों ने अपनी कविताओं और गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कला शिक्षक श्री दीपक कुमार ने अपनी और छात्रों की कलाकृतियों का भी प्रदर्शन किया।
बच्चों ने अपने साहित्यिक रचना का भी प्रदर्शन किया।
यह प्रदर्शनी अत्यंत सफल रही, जिसमें छात्रों की सृजनशीलता, वैज्ञानिक सोच और कला कौशल को प्रोत्साहन मिला। यह कार्यक्रम विद्यालय के समग्र शिक्षा दृष्टिकोण को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ।
निर्णायकों द्वारा दिए गए निर्णय में
प्रथम स्थान डिजास्टर स्पाई,
द्वितीय स्थान एफ 22, और
तृतीय वाटर डिस्पेंसर प्रोजेक्ट को प्राप्त हुआ।
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