*रांची:* वित्त रहित हाइस्कूल, इंटर कॉलेजों के शिक्षकों व कर्मियों के अनुदान के लिए आवंटित राशि की निकासी नहीं होने व राशि लैप्स होने को शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक उत्कर्ष गुप्ता ने धनबाद व खूंटी के डीइओ से स्पष्टीकरण मांगा है.
पूछा है कि किस परिस्थिति में अनुदान की राशि वितरित करने में निष्क्रियता बरती गयी. इसका स्पष्ट कारण सहित प्रतिवेदन पत्र प्राप्ति के दो दिनों के भीतर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें.
निदेशक ने लिखा है कि शिक्षा सचिव के सख्त निर्देश के बाद भी माध्यमिक विद्यालय, इंटर महाविद्यालय व मदरसा की अनुदान की राशि लैप्स कर गयी. ज्ञात हो कि खूंटी जिला में 96.34 लाख रुपये अनुदान की राशि लैप्स हो गयी. डीइओ कार्यालय खूंटी द्वारा 31 मार्च को अंतिम क्षण में रात लगभग आठ बजे विपत्र कोषागार को भेजा गया, जिसकी निकासी अंतत: नहीं हो सकी थी.
वहीं धनबाद जिले में वित्त रहित शिक्षण संस्थानों के खाते में अनुदान की राशि नहीं पहुंच पायी है. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-2024 की समाप्ति के पहले आवंटन भेजा गया था. विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने राज्य के सभी डीइओ को सख्त निर्देश दिया था कि 30 मार्च तक हर हाल में अनुदान की राशि की निकासी करना सुनिश्चित की जाये तथा स्कूल व कॉलेजों के खाते में राशि चली जानी चाहिए. इसके बाद भी खूंटी और धनबाद के डीइओ कार्यालय द्वारा राशि निकासी के लिए विपत्र वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन 31 मार्च को अंतिम क्षणों में कोषागारों को भेजा गया था.
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