जयपुर. राजस्थान की राजधानी जयपुर को दहलाने की साजिश में शामिल दो आतंकियों को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आखिरकार महताष्ट्रा से गिरफ्तार कर लिया है. ये दोनों आतंकी मध्यप्रदेश के रतलाम के रहने वाले हैं और ISIS से प्रेरित अलसुफा के सक्रिय आतंकी हैं.
ये दोनों आईईडी विस्फोटक बनाने में ट्रेंड हैं. साथ ही आईईडी बनाने की अपने साथियों को ट्रेनिंग भी देते थे. बाकायदा इसके लिए महाराष्ट्र के पुणे में आईईडी बनाने और विस्फोट करने का प्रशिक्षण देने के लिए दो शिविरों का संचलान भी कर रहे थे.एनआईए की ओर से जारी प्रेस बयान के अनुसार, ISIS से प्रेरित अल सुफा के सक्रिय आतंकी मोहम्मद यूनुस साकी और इमरान खान उर्फ यूनुस को महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया है.
उन्हें सोमवार को जयपुर में एनआईए मामलों की विशेष अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया गया है. उनसे पूछताछ में पिछले साल चित्तौड़गढ़ में बड़े पैमाने पर विस्फोटक के साथ गिरफ्तार आतंकियों के मामले में कई अनसुलझे सवालों का जवाब मिलने की उम्मीद है. इसके साथ ही एनआईए उनसे राजस्थान और देश में ISIS की स्लीपर सेल के बारे में भी पूछताछ करेगी. संभावना है कि इन दोनों से पूछताछ में स्लीपर सेल मॉड्यूल के बारे में बड़ी लीड जांच एजेंसी को मिल सकती है.
आईईडी बनाने में ट्रेंड, साथियों को देते ट्रेनिंग :एनआईए के बयान में कहा गया है कि पकड़े गए मोहम्मद यूनुस साकी और इमरान खान इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बनाने में ट्रेंड हैं. वे अपने साथियों को भी आईईडी ऑपरेट करने की ट्रेनिंग दिया करते थे. आईईडी बनाने का ट्रेनिंग सेंटर ये मध्यप्रदेश के रतलाम में स्थित मास्टरमाइंड इमरान खान के पोल्ट्री फॉर्म में चलाते थे. इस पोल्ट्री फॉर्म को पिछले महीने एनआईए ने अटैच किया था.
एक साल से पुणे में चला रहे थे ट्रेनिंग सेंटर :पिछले साल जयपुर दहलाने की साजिश का खुलासा होने के बाद मोहम्मद यूनुस साकी और इमरान खान पहले मुंबई गए और फिर पुणे जाकर रहने लगे. जहां ये कम से कम दो ट्रेनिंग सेंटर चलाते थे. जिनमें अपने साथियों को आईईडी बनाने की ट्रेनिंग देते थे.
निम्बाहेड़ा में विस्फोटक के साथ पकड़े गए थे 3 आतंकी
राजधानी जयपुर और देश के अन्य इलाकों में धमाके करने की इन आतंकियों की साजिश उस समय विफल हो गई थी जब पिछले साल 30 अप्रैल को निम्बाहेड़ा (चित्तौड़गढ़) में तीन आतंकी भारी मात्रा में विस्फोटक और आईईडी के साथ पकड़े गए थे. सदर थाना पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक कार से करीब 12 किलो विस्फोटक जब्त कर जुबैर, अल्तमश और सैफुल्लाह को गिरफ्तार किया था. तीनों आतंकी कार से विस्फोटक जयपुर की तरफ ला रहे थे. प्लान के मुताबिक उन्हें यह विस्फोटक जयपुर से करीब 10 किमी पहले जमीन में दफनाना था. उसके बाद अपने आकाओं के इशारे पर धमाके करने थे. हालांकि, उनका मंसूबा पूरा नहीं हुआ.
पिछले साल पेश की थी चार्जशीट :
कुख्यात आतंकी संगठन ISIS से प्रेरित अल सुफा के सक्रिय बदमाश और जयपुर दहलाने की साजिश के मास्टरमाइंड इमरान सहित 10 आरोपियों के खिलाफ एनआईए ने सितंबर 2022 में कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी. इनमें मोहम्मद यूनुस साकी और इमरान का भी नाम था. जांच पड़ताल में सामने आया कि ये दोनों अलसुफा की विचारधारा को व्यापक तौर पर फैलाने और युवाओं को इससे जोड़ने का काम कर रहे थे.


