चैत्र अमावस्या को हिन्दू धर्म में बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। इस दिन का हमारी भारतीय संस्कृति में बहुत महत्व है।
चैत्र अमावस्या वर्ष की पहली अमावस्या है और चैत्र के महीने या हिंदू कैलेंडर के पहले महीने में आती है। इस वर्ष चैत्र अमावस्या 31 मार्च और 1 अप्रैल, 2022 को पड़ने जा रही है। ऐसा माना जाता है कि चैत्र अमावस्या पर भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन से दर्द, संकट और नकारात्मकता को खत्म करने में मदद मिलती है। अमावस्या तिथि पर भक्त अपने पूर्वजों के लिए श्राद्ध आदि भी करते हैं, ऐसा करने से पितृ दोष खत्म होता है।
ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार 31 मार्च, गुरुवार को अमावस्या तिथि दोपहर 12.22 बजे बाद शुरू होगी। इसलिए पितरों की शांति के लिए किए जाने वाले श्राद्ध, तर्पण कार्य 31 मार्च को किए जा सकेंगे। अमावस्या से संबंधित पूजन आदि भी इसी दिन की जा सकती है।
चैत्र अमावस्या तिथि
चैत्र अमावस्या तिथि आरंभ: 31 मार्च, गुरुवार, दोपहर 12.22 पर
चैत्र अमावस्या तिथि समाप्त: 1 अपर, शुक्रवार प्रातः11.54 पर
इसलिए दोनों ही दिन अमावस्या तिथि मान्य रहेगी।