राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस हर वर्ष 24 अप्रैल को मनाय जाता है। इस वर्ष 24 अप्रैल 2022 को 13वां राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया जायेगा। पंचायती राज के अन्तर्गत गाँव की ग्राम पंचायत, ब्लॉक स्तर पर ब्लॉक परिषद, जिला स्तर पर जिला परिषद् आता है। इनके सदस्यों का चुनाव जमीनी स्तर पर जनता के द्वारा किया जाता है, और स्थानीय शासन की बगडोर संभालते है।
पंचायतों को संवैधानिक अधिकार प्रदान करने वाला विधेयक 24 अप्रैल 1992 से अस्तित्व में आया था, इसलिए हर साल इस तारीख को पंचायत दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने वर्ष 2010 को 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस घोषित किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल 2015 को निर्वाचित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए, “सरपंच पति” की प्रथा को समाप्त करने का आह्वान किया, ताकि वे सत्ता में चुने जाने वाले उनके कामों पर अनुचित प्रभाव डाल सकें।