झरिया : दिनांक 2 जनवरी 2022 को जनवादी लेखक संघ तथा जनवादी नौजवान सभा के संयुक्त तत्वावधान में लोदना यमुना सहाय स्मृति भवन के प्ररांगण में शहीद सफ़दर हासमी के 33 वीं शहादत दिवस मनाया गया। पोफेसर नारायण चक्रवर्ती ने कहा कि देश में आम आदमी के मस्तिष्क को बदला जा रहा है।जीने के मुद्दों से भटकने की कोशिश की जा रही है।आज सामाजिक समरसता बिगाड़ने की कोशिश बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है और सामाजिक संबंधों में विकृति लाई जा रही है सांप्रदायिक शक्तियों का का देश जिसमें में खुले रूप से खुले रूप से नंगा नाच किया जा रहा है। वर्तमान परिस्थितियों में हाशमी सफदर हाशमी की जीवनी और नाटक आज भी प्रसांगिक है।
वक्ता में काॅ शिवबालक पासवान जनवादी लेखक संघ के कॉमरेड नारायण चक्रवर्ती भगवानदास पासवान डीवाईएफआई के प्रजा पासवान रामप्रीत ढाणी मधुसूदन बनर्जी मनोज पासवान सोनू पासवान संजय पासवान बिंदे पासवान दया शर्मा भोला पासवान शंकर पासवान मोहन भैया गोपाल लाल आदि साथी शामिल थे
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