बड़कागांव – कुलदीप कुमार का रिपोर्ट
2020 में झारखंड राज्य की प्रतीक चिन्ह का संशोधन किया गया। जिसमें 14 अगस्त 2020 को नए प्रतीक चिन्ह राज्य को समर्पित किया गया था। जिसका अनावरण तत्कालीन राज्यपाल द्रोपति मुर्मू एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा किया गया था। परंतु ढाई वर्षों के बाद, अभी भी राज्य के कई ऐसे प्रखंड मुख्यालय हैं जहां झारखंड राज्य की पुरानी राजकीय स्मृति प्रतीक चिन्ह अब तक लगा हुआ है। इस पर किसी की नजर नहीं जा रही है। जबकि कई सीनियर पदाधिकारी का औचक निरीक्षण हमेशा होता आया है, परंतु स्मृति चिन्ह पर किसी की नजर नहीं गई है। हालांकि प्रखंड मुख्यालय में कई बार हुई कार्यक्रम में लगाई गई बैनर में 2020 में जारी नए प्रतीक चिन्ह को दर्शाया गया हैं। बता दें कि 15 अगस्त 2020 के पूर्व झारखंड का राजकीय चिन्ह चार जे के बीच में अशोक चक्र था। जिसे बदलकर वृत्ताकार बनाया गया हैं। वृत्त के अंदर राजकीय पशु हाथी, राजकीय फूल पलाश, नृत्य करते हुए नर्तकी, अशोक स्तंभ के अलावा राजकीय समृद्धि के चिन्ह को दर्शाया गया है। इस राजकीय प्रतीक चिन्ह को बनाने में 205 दिनों का समय लगा था।
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