झरिया: जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के जामाडोबा जीतपुर पोस्ट ऑफिस के समीप के रहनेवाला टाटा के अवकाश प्राप्त सुरक्षा कर्मी गजेंद्र सिंह का 34 वर्षीय सैनिक पुत्र प्रज्ञानंद सिंह की पिछले दिनों जम्मू कश्मीर के उद्धमपुर में हुई मौत के बाद गुरुवार को सैनिकों ने साथी सैनिक का शव कों ताबूत में लेकर सैनिक वाहन से गुरुवार को जीतपुर आवास पहुंचा। सैनिक प्रज्ञानंद का शव ले रामगढ रांची से सैनिक ज्योंही साढ़े दस बजे पहुंचा कि जीतपुर मुहल्ला के हर घर से लोग आंखों में आंसू लिए रोते बिलखते प्रज्ञानंद का अंतिम दर्शन कों उमड़ पड़े। देखते ही देखते हजारों लोगों कि भीड़ कि तांता लग गई ।
ज्ञातव्य हो कि सैनिक प्रज्ञानंद उद्धमपुर कैम्प में तैनात थे । ड्यूटी के दौरान 6 अप्रैल कि रात से वह गायब थे। खोजबीन के बाद 8 अप्रैल को पास के एक खाई में प्रज्ञानंद का शव पाया गया। प्रज्ञानंद का शव खाई में कब और कैसे पहुंची, इसकी विभागीय स्तर पर जांच कि जा रही है। सैनिक का शव का मंगलवार को पोस्टमार्टम कराकर सैनिक कि टीम रांची रामगढ़ पहुंचा जहां से शव को आज लाया गया। शव के पहुंचते ही प्रज्ञानंद के स्वजन दहाड़ मारकर रोने लगे। पिता गजेन्द्र सिंह, माँ सुनैना देवी, पत्नी निक्कू देवी, भाई पुष्प नारायण सिंह व मनोज सिंह सहित परिवार के सभी लोगों का रो रो कर हाल बेहाल है।
मौके पर पहुंचे भाजपा विधायक सह सांसद प्रत्याशी ढुलू महतो, राज सिन्हा, जिला अध्यक्ष श्रवण राय, भाजपा नेत्री रागिनी सिंह, योगेन्द्र यादव, कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम, निवर्तमान डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह, सीओ रामसुमन प्रसाद, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी राजेश सिन्हा सहित स्वजनों व हजारों लोगों ने नाम आंखों से प्रज्ञानंद के शव को अंतिम विदाई दिया तथा परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त किया । जीतपुर से सैनिक प्रज्ञानंद कि निकली शवयात्रा में शामिल हजारों लोगों के साथ चल रही बाइक जुलुस में लोग शाहिद प्रज्ञानंद अमर रहे, भारत माता कि जय आदि नारे लगा रहे थे। शव रखी वाहन को सेना कि ओर से फूलों से सजाया गया था। शवयात्रा मोहलबनी दामोदर नदी घाट तक गई, जहाँ सैनिक सम्मान के साथ प्रज्ञानंद के शव का दाह संस्कार किया गया। मृतक आर्मी के जवान प्रज्ञानंद तीन भाई है। बड़े भाई पुष्पनारायण सिंह भी आर्मी में है, जो पंजाब के अंबाला में पदस्थापित है। जबकि मांझीला भाई मनोज कुमार सिंह कोल इंडिया के ईसीएल के मुगमा एरिया में कार्यरत है।
घटना कि खबर के बाद से जीतपुर में छाया है मातम
बताया जाता है कि मृतक प्रज्ञानन्द सिंह बहुत मिलनसार व व्यक्तित्व के धनी थे। जब भी वह छुट्टी पर आता था तो वे सभी लोगो से मिलता जुलता था। दो माह पूर्व ही वह छुट्टी पर आया था। उसके निधन से मुहल्लावासी मर्माहत है। मृतक के भाई पुष्पनारायण ने कहा कि 2012 में उसकी आर्मी में नौकरी लगी थी। 2020 में उसकी शादी समस्तीपुर में हुई थी, जिसे पत्नी एवं एक बच्चा भी है। मेरा भाई कर्तव्य निर्वहन के दौरान बलिदानी हो गया है।
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