*धनबाद :* संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं दि आर्ट ऑफ लिविंग के संयुक्त तत्वाधान जी.इ.पी (गवर्नमेंट इग्जेक्युटिव प्रोग्राम) डेस्क के अंतर्गत आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में ‘हर घर ध्यान’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बहु विषयक क्षेत्रीय रेल प्रशिक्षक संस्थान, पूर्व रेलवे, धनबाद,भूली के परिसर में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का संचालन दि आर्ट ऑफ लिविंग के वरीय प्रशिक्षक मयंक सिंह ने किया। कार्यक्रम में प्राचार्य अशोक कुमार, फैकल्टी इंचार्ज संजय सहाय, फैकल्टी सुबोध कुमार, धनंजय कुमार सिंह आदि के साथ साथ लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, टिकट कलेक्टर और कमर्शियल क्लर्क के ट्रेनी करीब 400 कर्मचारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम दो सत्रों में किया गया, जिसमें पहले सत्र मे वरीय अधिकारी जैसे लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, टिकट कलेक्टर, वहीं दूसरे सत्र मे 200 कमर्शियल क्लर्क के ट्रेनी ने भाग लिया।
सभी प्रतिभागियों ने आसन – प्राणायाम और ध्यान का अनुभव किया। वहां उपस्थित सभी कमर्शियल ट्रेनी, लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, टिकट कलेक्टर को संबोधित करते हुए प्रशिक्षक मयंक सिंह ने कहा कि यदि आप अपने काम को केंद्रित होकर सटीकता से करना चाहते हैं तो मन को बांधना होगा और मन को नियंत्रित करने का सबसे सहज और सरल साधन ध्यान है।
ध्यान करने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर और हमारा मन वर्तमान क्षण में स्थित रहता है। डिप्रेशन, चिन्ता, तनाव से बाहर आने में ध्यान बहुत कारगर है। जैसे हम प्रतिदिन नहाते हैं, दांत साफ करते हैं, भोजन करते हैं, उसी प्रकार प्रतिदिन ध्यान करने की आदत डालनी चाहिए। ध्यान के उपरांत सभी प्रतिभागियों ने मन में शांति का अनुभव किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में आर्ट ऑफ लिविंग प्रशिक्षिका सोनी कुमारी, वॉलंटियर रामाधार प्रसाद, जूही महतो, नवीन चौरसिया का महत्तवपूर्ण योगदान रहा।
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