केरेडारी से रोहित गोस्वामी की रिपोर्ट
केरेडारी : गुरुवार को दिव्य ग्रंथ अध्ययन केन्द्र द्वारा संचालित कवि गोष्ठी कार्यक्रम अपने निर्धारित समय से गूगल मीट पर ऑनलाइन संपन्न हुआ कोडरमा से पीयूष पाणि ने सभा की अध्यक्षता और मंच का संचालन किया! अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने पूर्णिमा की चांद हो तुम,सूर्य का प्रकाश हो,महक उठे हर बाग बगीचे वो सुहान हो तुम से प्रेम प्रवाह की प्रस्तुति को अपने शब्दों में पिरोया! हजारीबाग कण्डाबेर से दिवाकर पाठक ने आतंक की आग में जब तुम भी जल जाओगे की प्रस्तुति कर,इन्हें पनाह देने वालों को अपने शब्द बाण से कड़ा संदेश दिया! जमशेदपुर से सविता सिंह मीरा जी ने न जानें उस बक्से में क्या-क्या रखती थी मेरी मां की प्रस्तुति की! चतरा से के के मिश्रा ने कचहरी में कुत्ता की प्रस्तुति कर,भ्रूण हत्या करने वालों पर प्रहार कर दिखाया! जामताड़ा से उज्जवल मिश्रा ने छूकर तन को मस्त पवन में की प्रस्तुति की,साथ ही इनकी बेटी ने तेरे दर पे कब से,कब से खड़ा हूं सरस्वती वंदना की सुमधुर प्रस्तुति की. कोडरमा से गिरधर जी ने फौजी भाईयों का नाता भाता है भारत माता से की प्रस्तुति की जमशेदपुर नरवा से बालकृष्ण ने अल्फाजों से अब क्या बात होगी,दोनों की आंखों से बरसात होगी की प्रस्तुति की चतरा से रविन्द्र नारायण पाठक,धनबाद से भागवत प्रसाद वशिष्ठ,देवघर के चित्रा थाना में पदस्थापित थानेदार राजीव जी आदि देश के विभिन्न हिस्सों से कवियों ने भाग लेकर अपने अनोखे अंदाज में अपनी प्रस्तुति प्रस्तुत कर मन-मंदिर को आनंद विभोर कर दिया कार्यक्रम का विराम कोडरमा से पीयूष पाणि जी ने हास्य रचना बैला तो बैला बकरियो आके ढूस देतो खोरठा रचना की प्रस्तुति कर आनंदमय कर दिया
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