
अंतर्कथा प्रतिनिधि
जमुई झाझा-: रेलवे इंडियन इंस्टीच्यूट में गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में आयोजित किये जा रहे चार दिवसीय 51 कुंडीय राष्ट्र जागरण गायत्री महायज्ञ का समापन सोमवार को हवन पूजन के साथ संपन्न किया गया। महायज्ञ के समापन दिन विभिन्न प्रकार का संस्कार कार्यक्रम करने के बाद हवन पूजन किया गया और उसके बाद हरिद्वार से आये टोली को विदाई दी गई। अंतिम दिन बड़ी संख्या मंे दूर दराज से श्रद्धालु हवन पूजन में अहले सुबह ही पहुंच गये थे और प्रातः संगीतमय प्रवचन के बाद हवन पूजन किया गया। शांतिकुंज की टोली नायक ने मां गायत्री के मंत्रोच्चारण करवाते हुये महायज्ञ को संपन्न करवाया टोली नायक ने अंतिम दिन लोगों को बताया कि प्रत्येक दिन एक माला गायत्री मंत्र का जाप करे। तुलसी के महत्व को बताते हुये उन्होनें कहा कि तुलसी का प्रयोग करने से हमारे शरीर से कई बीमारी का अंत होता है। तुलसी में वह चमत्कारी गुण है जिससे आप अपने आप को निरोग जीवनभर रह सकते है। उन्होनें बच्चों को संस्कार देने की बात करते हुये कहा कि बच्चों के शासक न बने बल्कि उनका सहायक बने और उनके मन के विचार को समझे और उन्हे एक अच्छी संस्कार प्रदान करने में उनकी मदद करे। टोली नायक ने नशीली पदार्थ का सेवन न करने की बात करते हुये कहा कि अगर आप नशा करते है तो इससे आपके स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा ही साथ ही साथ आपके पारिवारिक जीवन पर भी गहरा असर पड़ेगा। मौके पर श्रीनिवास, श्रीराम नारायण,रामलखन प्रसाद,ज्ञान प्रकाश,विजयकांत वैरागी,सूरज बरनवाल,सोनी देवी,बृजमोहन प्रसाद,भरत साव सहित बड़ी संख्या में गायत्री परिवार के सदस्य और श्रद्धालु मौके पर मौजूद थे।
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