दिनांक – 21 दिसम्बर 2021
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत – 2078
शक संवत -1943
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – शिशिर
मास – पौस (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार मार्गशीर्ष मास)
पक्ष – कृष्ण
तिथि – द्वितीया दोपहर 02:53 तक तत्पश्चात तृतीया
नक्षत्र – पुनर्वसु रात्रि 10:25 तक तत्पश्चात पुष्य
योग – ब्रह्म सुबह 11:38 तक तत्पश्चात इंद्र
राहुकाल – शाम 03:20 से शाम 04:41 तक
सूर्योदय – 07:12
सूर्यास्त – 18:01
दिशाशूल – उत्तर दिशा में
व्रत पर्व विवरण – शिशिर ऋतु प्रारंभ
विशेष – द्वितीया को बृहती (छोटा बैगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
हिन्दू पंचांग
शीत (हेमन्त तथा शिशिर) ऋतुचर्या
21 दिसम्बर 2021 मंगलवार से शिशिर ऋतु प्रारंभ ।
शीत ऋतु के अंतर्गत हेमंत और शिशिर ऋतुएँ आती हैं। इस काल में चन्द्रमा की शक्ति विशेष प्रभावशाली होती है। इसलिए इस ऋतु में औषधियों, वृक्ष, पृथ्वी व जल में मधुरता, स्निग्धता व पौष्टिकता की वृद्धि होती है
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