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आज का पञ्चाङ्ग, बुधवार, 27 सितम्बर 2023:जानिए आज का पंचांग, मुहूर्त और तिथि

ByAdmin Office

Sep 27, 2023
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सूर्योदय: ०६:२१
सूर्यास्त: ०६:१६
चन्द्रोदय: १७:०३
चन्द्रास्त: ०४:३६
अयन दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)
ऋतु: शरद
शक सम्वत: १९४५ (शोभकृत)
विक्रम सम्वत: २०८० (पिंगल)
मास भाद्रपद
पक्ष शुक्ल
तिथि त्रयोदशी (२२:१८ से चतुर्दशी)
नक्षत्र धनिष्ठा (०७:१० से शतभिषा, ०४:२९ से पूर्वाभाद्रपद)
योग धृति (०७:५४ से शूल)
प्रथम करण कौलव (१२:०३ तक)
द्वितीय करण तैतिल (२२:१८ तक)

॥ गोचर ग्रहा: ॥

सूर्य कन्या
चंद्र कुम्भ
मंगल कन्या (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध सिंह (उदित, पश्चिम, वक्री)
गुरु मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)
शुक्र कर्क (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शनि कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)
राहु मेष
केतु तुला

शुभाशुभ मुहूर्त विचार

अभिजित मुहूर्त

अमृत काल २२:०५ से २३:३१
रवियोग ०७:१० से १९:०७
विजय मुहूर्त १४:०८ से १४:५६
गोधूलि मुहूर्त १८:०८ से १८:३२
सायाह्न सन्ध्या १८:०८ से १९:२०

निशिता मुहूर्त २३:४४ से ००:३२
ब्रह्म मुहूर्त ०४:३२ से ०५:२०
प्रातः सन्ध्या ०४:५६ से ०६:०८
राहुकाल १२:०८ से १३:३८

राहुवास दक्षिण-पश्चिम

यमगण्ड ०७:३८ से ०९:०८
होमाहुति शनि (०७:१० से चन्द्र)
दिशाशूल उत्तर
नक्षत्र शूल दक्षिण (०४:२९ से)
अग्निवास पाताल (२२:१८ से पृथ्वी)
चन्द्रवास पश्चिम
शिववास नन्दी पर (२२:१८ से भोजन में)

चौघड़िया विचार

॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – लाभ २ – अमृत
३ – काल ४ – शुभ
५ – रोग ६ – उद्वेग
७ – चर ८ – लाभ

॥रात्रि का चौघड़िया॥

१ – उद्वेग २ – शुभ
३ – अमृत ४ – चर
५ – रोग ६ – काल
७ – लाभ ८ – उद्वेग

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

शुभ यात्रा दिशा

पश्चिम-दक्षिण (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें

तिथि विशेष

प्रदोष व्रत, विवाहादि मुहूर्त हिमाचल-कश्मीर-हरियाणा-पंजाब आदि प्रांतो के लिये कन्या लग्न (प्रातः ०६:२० से प्रातः ०७:१०) तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः १०:४७ से दोपहर १२:१७ तक आदि।

आज जन्मे शिशुओं का नामकरण

आज ०७:१० तक जन्मे शिशुओ का नाम धनिष्ठा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (गे) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम शतभिषा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय तृतीय, एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (गो, सा, सि, सू) नामक्षर से तथा इसके बाद ०४:२९ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (से) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

उदय-लग्न मुहूर्त

कन्या – ०५:२७ से ०७:४५
तुला – ०७:४५ से १०:०६
वृश्चिक – १०:०६ से १२:२५
धनु – १२:२५ से १४:२९
मकर – १४:२९ से १६:१०
कुम्भ – १६:१० से १७:३६
मीन – १७:३६ से १८:५९
मेष – १८:५९ से २०:३३
वृषभ – २०:३३ से २२:२८
मिथुन – २२:२८ से ००:४३
कर्क – ००:४३ से ०३:०४
सिंह – ०३:०४ से ०५:२३

पञ्चक रहित मुहूर्त

मृत्यु पञ्चक – ०६:०८ से ०७:१०
अग्नि पञ्चक – ०७:१० से ०७:४५
शुभ मुहूर्त – ०७:४५ से १०:०६
रज पञ्चक – १०:०६ से १२:२५
शुभ मुहूर्त – १२:२५ से १४:२९
चोर पञ्चक – १४:२९ से १६:१०
शुभ मुहूर्त – १६:१० से १७:३६
रोग पञ्चक – १७:३६ से १८:५९
चोर पञ्चक – १८:५९ से २०:३३
शुभ मुहूर्त – २०:३३ से २२:१८
रोग पञ्चक – २२:१८ से २२:२८
शुभ मुहूर्त – २२:२८ से ००:४३
मृत्यु पञ्चक – ००:४३ से ०३:०४
मृत्यु पञ्चक – ०३:०४ से ०४:२९
अग्नि पञ्चक – ०४:२९ से ०५:२३
शुभ मुहूर्त – ०५:२३ से ०६:०८

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