
संवाददाता : बरही
बरही के पंचमाधव स्थित आईलेक्स पब्लिक स्कूल में 75वां गणतंत्र दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। सुबह 10:15 पर झंडोत्तोलन का कार्यक्रम संपन्न किया गया जिसमें विद्यालय के निदेशक शैलेश कुमार ने झंडे को सलामी दी। मौके पर विद्यालय के सभी छात्र छात्राएं एवं सभी शिक्षक गण मौजूद थे। सभी ने झंडे को सलामी दी और राष्ट्रगान गाया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में भाषण वाद विवाद नृत्य नाटक का मंचन किया गया। छोटे-छोटे बच्चों के मनमोहक नृत्य को देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो गए। देश मेरे गणपति बप्पा, हर हर शंभू, साइकिल से आया, सनम एक बार जो तुझसे कहना है जैसे नृत्य ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया. इतनी छोटी सी उम्र में बच्चे जिस आत्मविश्वास से परिपूर्ण थे वह देखते ही बन रहा था। कार्यक्रम में लगभग 810 दर्शक शामिल हुए थे। इसके साथ ही राफेल के लॉन्च के मॉडल का प्रदर्शन ने लोगों में एक अलग ही रोमांच उत्पन्न कर दिया। आईलेक्स में बच्चों को आत्मरक्षा से संबंधित कराटे का भी प्रशिक्षण दिया जाता है जिसका प्रदर्शन जब बच्चों ने दर्शकों के समक्ष किया तो सभी ने दांतो तले अंगुली दबा लीं। बम बम भोले, ज़ुबि ज़ुबि, रम्स, वीमेन एपावरमेंट, गलती से मिस्टेक, भारत का बच्चा बच्चा, माटी के मोले, पेड़ बचाओ ( ड्रामा ) आकर्षण केंद्र रहें। साथ ही अन्य कार्यक्रम भी दर्शकों के मन को मोहने में सफल रहे। ब्रांच संचालन वैष्णवी केसरी, आतिका प्रवीण, पल्लवी यादव, परी कुमारी, साक्षी केसरी, पियूष कुमार, अनुराग कुमार मोदी ने किया। शाखा प्रबंधक भूषण चन्द्र भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रम बच्चों में आत्मविश्वास की वृद्धि करते हैं। गोरियाकरमा स्थित ब्रांच में भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन एवं झंडोत्तोलन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। गुरु वंदना, अरे द्वारपालों, राधा तेरी चुनरी, रुवी रुवी खेड़ी, सबसे प्यारा कौन है, किड्स कपल डांस, ढ़ोल माँदर बाजे रे, मैं निकला गड्डी लेके, कॉमेडी डांस जैसे कार्यक्रम में दर्शकों के मन पर अमित छाप छोड़ी। मंच संचालन पप्पू कुमार ने किया। ब्रांच संचालक दीपक कुमार ने भी कहा कि हमें बच्चों को महापुरुषों के जीवन से जरूर अवगत कराना चाहिए, ताकि बच्चे उनसे प्रेरणा लें। विद्यालय के निदेशक शैलेश कुमार ने कहां की प्रत्येक बच्चे को अपने देश के इतिहास पर गर्व होना चाहिए। हमारे देश के संविधान का सम्मान होना चाहिए। उन्हें अपने मौलिक अधिकारों की जानकारी होनी चाहिए। समय-समय पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम बच्चों की छिपी हुई प्रतिभा को निखारने में सहायक सिद्ध होते हैं। अतः ऐसे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आवश्यक है कि हम बच्चों के मनोबल को बढ़ाएं जिस से उनमें आत्मविश्वास की वृद्धि हो सके। बड़कागांव स्थित ब्रांच में भी सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं झंडोतोलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। वहाँ भी लगभग 670 पेरेंट्स सम्मिलित हुए। सभी कार्यक्रम एक से बढ़कर एक थे। मेरे घर राम आएं, भारत मेरे शान, मैंने पायल , झारखंडी स्टाइल, कहते हैं हमको प्यार से, ठुमक – ठुमक, मोई – मोई लेज़ी डांस, जहाँ पैरों में पायल जैसे कार्यक्रम ने तो समां हीं बांध दिया । बच्चों ने राफेल का मॉडल बनाया और उसे संचालित भी किया। राफेल बनाने वाले ग्रुप में जिज्ञासु, आर्यन, नमन, रचित, बिपुल, पियूष, बादल, अमलेश शामिल थे। राफेल मॉडल का सफल संचालन सभी पेरेंट्स के लिए एक हैरतअंगेज़ घटना थी। मंच संचालन सिद्धि बर्मन और सुनैना कुमारी ने किया। ब्रांच संचालक उमर रज़ा ने भी कहा कि किसी भी कार्य के लिए जरूरी है अनुशासन और त्याग । और सवतंत्रता दिवस से बेहतर उदाहरण और कुछ नहीं हो सकता है । नव – निर्मित शाखा गाड़िकला में भी झंडोतोलन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अंग्रेजी स्पीच ऑन 26 जनवरी गणतंत्र दिवस सचिन कुमार के द्वारा, अंग्रेजी स्पीच ऑन 15 अगस्त कुंदन कुमार के द्वारा, सिंगिंग द सॉन्ग देश मेरे प्रीति कुमारी के द्वारा, नृत्य ओ मेरे प्यारे वतन गाना पर अनुराधा के द्वारा डांस ऑन द सॉन्ग नन्हा मुन्ना राही हूं गौतम कुमार के द्वारा, डांस ऑन द सॉन्ग चंदा ने पूछा तारों से निशु कुमारी अनु कुमारी एवं प्रीति कुमारी के द्वारा, डांस ऑन द सॉन्ग 52 गज का रितु और रानी के द्वारा, डांस ऑन द सॉन्ग आंखों में कजरा कल्पना कुमारी एवं अनुराधा कुमारी के द्वारा, डांस ऑन द सॉन्ग एक बटा दो बाय प्रीति कुमारी एवं उसके ग्रुप के द्वारा, डांस ऑन द सॉन्ग चंदा ने पूछा तारों से निशु कुमारी एवं उसके ग्रुप के द्वारा, डांस ऑन द सॉन्ग मैंने पायल है छनकाई प्रिया कुमारी के द्वारा, डांस ऑन द सॉन्ग राधा ढूंढ रही शीला सृष्टि एवं उसके ग्रुप के द्वारा, डांस ऑन द सॉन्ग हाल जावे दिल्ली झूम उठे आगरा बाय शिक्षा कुमारी के प्रयास सराहनीय रहे। मंच संचालन संदीप कुमार ने किया। ब्रांच संचालक रामप्रवेश कुमार ने भी कहा कि गणतंत्र दिवस हमें अपने लक्ष्य के प्रति जूनून, समर्पण की सीख देता है। निदेशक शैलेश कुमार ने सभी ब्रांच के बच्चों के प्रयास की काफ़ी सराहना की।सभी ब्रांच में अभिभावकों को भी सम्मानित किया गया। ये वैसे अभिभावक थे जिन्होंने अपने बच्चों पर समुचित ध्यान दिया और विद्यालय प्रबंधन को सहयोग किया। निदेशक शैलेश कुमार ने कहा कि बच्चे तभी आगे बढ़ते हैं जब विद्यालय और अभिभावक एक हीं दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।
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